नमस्कार दोस्तों,
वेस्टिज को लोग क्यों छोड़ कर छोड़कर भाग रहे दूसरी कंपनी में। रीजन जानने के लिए कुछ बातों पर गौर करते हैं।1. प्रोडक्ट मार्केट से 2-3गुना तक महंगा
2. रिपरचेज ना होना
3.साइड मेंटेन करना
4.6 टीम बनाना
5. अप-लाइन का सपोर्ट ना मिलना
6. प्रोडक्ट ट्रेनिंग के नाम पर बड़ी रकम लेना
7.कंसिस्टेंसी अमाउंट का बड़ा होना
8. अनलिमिटेड टीम बनाने की अनुमति
वेस्टिज को लोग क्यों छोड़ कर छोड़कर भाग रहे दूसरी कंपनी में। रीजन जानने के लिए कुछ बातों पर गौर करते हैं।1. प्रोडक्ट मार्केट से 2-3गुना तक महंगा
2. रिपरचेज ना होना
3.साइड मेंटेन करना
4.6 टीम बनाना
5. अप-लाइन का सपोर्ट ना मिलना
6. प्रोडक्ट ट्रेनिंग के नाम पर बड़ी रकम लेना
7.कंसिस्टेंसी अमाउंट का बड़ा होना
8. अनलिमिटेड टीम बनाने की अनुमति
1. प्रोडक्ट मार्केट से 2-3 गुना महंगा है। कुछ प्रोडक्ट मार्केट प्राइस पर अवेलेबल है और बाकी सब का मार्केट 3गुना तक महंगा है। जैसे, साबुन 35₹ में जो मार्केट प्राइस पर है और लिपस्टिक 550₹ में और मार्केट में 179₹ मैं अवेलेबल है अच्छी क्वालिटी का लैक्मी का।
2. वेस्टीज में रिपरचेज का ना होना बहुत बड़ी समस्या है। इसमें टोटल डिस्ट्रीब्यूटर 1 एक करोड़
60 लाख हैं। अगर15 लाख लोग 1000-1000 हजार के प्रोडक्ट खरीदते हैं तो 1 महीने में 150 करोड़ का टर्नओवर होगा। 150 करोड़×12 महीना= 1800 सौ करोड़ । यानी 15 लाख लोग
हर महीना 1_1हजार के प्रोडक्ट लेंगे तो 1 साल में टोटल 1800 करोड़ का टर्नओवर हुआ। यानी बाकी लोग प्रोडक्ट खरीदते ही नहीं हैं रीजन है कि प्रोडक्ट महंगा है।
3. साइड मेंटेन इसमें बहुत बड़ी समस्या है।अगर इसमें एक टीम से डायरेक्टर बन गए तो फिर दूसरे टीम से खरीदारी देनी पड़ेगी दूसरी टीम से डायरेक्टर बन गया तो फिर तीसरे में से खरीदारी देनी पड़ेगी इसमें आपको 6 इनकम लेने के लिए 6 टिम बनाना पड़ेगा जिसमें एक इनकम परफॉर्मेंस बोनस जीरो हो जाता है।
60 लाख हैं। अगर15 लाख लोग 1000-1000 हजार के प्रोडक्ट खरीदते हैं तो 1 महीने में 150 करोड़ का टर्नओवर होगा। 150 करोड़×12 महीना= 1800 सौ करोड़ । यानी 15 लाख लोग
हर महीना 1_1हजार के प्रोडक्ट लेंगे तो 1 साल में टोटल 1800 करोड़ का टर्नओवर हुआ। यानी बाकी लोग प्रोडक्ट खरीदते ही नहीं हैं रीजन है कि प्रोडक्ट महंगा है।
3. साइड मेंटेन इसमें बहुत बड़ी समस्या है।अगर इसमें एक टीम से डायरेक्टर बन गए तो फिर दूसरे टीम से खरीदारी देनी पड़ेगी दूसरी टीम से डायरेक्टर बन गया तो फिर तीसरे में से खरीदारी देनी पड़ेगी इसमें आपको 6 इनकम लेने के लिए 6 टिम बनाना पड़ेगा जिसमें एक इनकम परफॉर्मेंस बोनस जीरो हो जाता है।
4. 6 टीम बनाना इसमें कम से कम 6 टीम बनाना पड़ेगा अगर कोई एक टिम से डायरेक्टर बन जाता है तो फिर दूसरे में आपको भागना पड़ेगा दूसरे से डायरेक्ट बनता है तो तीसरे में भागना पड़ेगा करते-करते 6 टीम बनाना पड़ेगा और 6 टीम से डायरेक्टर बन जाते हैं तब आपको नहीं भागना पड़ेगा आपकी मर्जी अगर ज्यादा कमाना चाहते हैं तो ज्यादा टीम बनाईए।अगर आप एक नए व्यक्ति हैं डायरेक्ट सेलिंग में तो आपको 6 टीम से डायरेक्टर बनाने में कम से कम 3 साल लगेगा
5. इसमें मल्टीपल लेग होने के कारण आपका अप-लाइन आपको ज्यादा सपोर्ट नहीं करता है शुरू में सपोर्ट करेगा और जब डायरेक्टर बन जाते हैं तो साइड टीम आपको ही चलाना पड़ेगा वह आपको एक आदमी तक नहीं देता है।
6. इसमें प्रोडक्ट ट्रेनिंग या सेमिनार के नाम कुछ लीडर मोटी में रकम लेते हैं। जिसमें ₹100 से लेकर 5000 हजार तक लिया जाता है। इसमें कुछ लीडर होते हैं जो अपने स्वार्थ के लिए पैसा लेते हैं। यह बिजनेस की आड़ में एक सिंपल साधारण से लोगों के साथ लूट है।
7. इसमें कंसिस्टेंसी ऑफर जो आता है कीमत ज्यादा है यानी कि आप अगर 3200से 3500सौ रुपए का सामान 4 महीना लेते हैं तो तो आपको पांचवे महीने 2500 सौ का प्रोडक्ट फ्री मिलता है।
पहले यह कंसिस्टेंसी ऑफर 2500 सौ का था
जिसमें आपको 6 महीना 2500 सौ का सामान लेना होता था और 7 वे महीने आपको 2500 सौ का प्रोडक्ट फ्री मिलता था।
7. इसमें कंसिस्टेंसी ऑफर जो आता है कीमत ज्यादा है यानी कि आप अगर 3200से 3500सौ रुपए का सामान 4 महीना लेते हैं तो तो आपको पांचवे महीने 2500 सौ का प्रोडक्ट फ्री मिलता है।
पहले यह कंसिस्टेंसी ऑफर 2500 सौ का था
जिसमें आपको 6 महीना 2500 सौ का सामान लेना होता था और 7 वे महीने आपको 2500 सौ का प्रोडक्ट फ्री मिलता था।
8. इसमें अनलिमिटेड लेग बनाने की अनुमति देने के कारण बड़ा लीडर है वह तो ज्यादा लेग बना लेता है लेकिन इससे छोटे लीडरों का नुकसान होता है क्योंकि बड़ा लीडर छोटे लीडरों पर ध्यान नहीं देता है। जिसका दूसरा नुकसान यह भी होता है कि बड़ा लीडर किसी शहर में जाता है और दूसरी टीम से कुछ छोटे लीडर भाग के उसके टीम में चले आते हैं इसका नुस्कान कुछ दूसरे बड़े लीडरों को होता है।
यह पोस्ट किसी को तकलीफ देने के लिए नहीं है बल्कि मैं एक आम आदमी हूं और मेरे साथ ऐसा हुआ है मैं डायरेक्ट सेलिंग के बारे में कुछ नहीं जानता था लेकिन अप्रोचिंग कर -कर के जॉइनिंग
कराया गया इसमें कस्टमर को ₹1 का फायदा भी नहीं हैकंपनी के मालिक दीपक सूद सर खुद कहते हैं कि आप को कम से कम वेस्टीज में 3 साल देना पड़ेगा । बहुत सारे लीडर्स बस धोखे में रखकर जॉइनिंग कराते हैं। इसका प्लान आपको शुरू में बिल्कुल ही समझ में नहीं आएगा और आपको सिंपल सा भाषा में समझाया ही नहीं जाता है। और बाद में यह लोग खुद ही आप को बदनाम करेंगे। किसी भी डायरेक्ट सेलिंग में जाने से पहले जो लीडर कहता है उसकी बातों पर गौर से ध्यान दें और जब तक आपको पूरा प्लान समझ में नहीं आता है बिल्कुल भी ज्वाइन ना करें।मेरी आपसे एक और गुजारिश है कि आप जॉब करने वाले हैं।
और आपका घर का खर्चा आपसे ही चलता है तो बिल्कुल भी जॉब छोड़ कर डायरेक्ट सेलिंग ना करें इसे पार्ट टाइम में करें नहीं तो आपके ऊपर कर्ज भी हो सकता है।
यह पोस्ट किसी को तकलीफ देने के लिए नहीं है बल्कि मैं एक आम आदमी हूं और मेरे साथ ऐसा हुआ है मैं डायरेक्ट सेलिंग के बारे में कुछ नहीं जानता था लेकिन अप्रोचिंग कर -कर के जॉइनिंग
कराया गया इसमें कस्टमर को ₹1 का फायदा भी नहीं हैकंपनी के मालिक दीपक सूद सर खुद कहते हैं कि आप को कम से कम वेस्टीज में 3 साल देना पड़ेगा । बहुत सारे लीडर्स बस धोखे में रखकर जॉइनिंग कराते हैं। इसका प्लान आपको शुरू में बिल्कुल ही समझ में नहीं आएगा और आपको सिंपल सा भाषा में समझाया ही नहीं जाता है। और बाद में यह लोग खुद ही आप को बदनाम करेंगे। किसी भी डायरेक्ट सेलिंग में जाने से पहले जो लीडर कहता है उसकी बातों पर गौर से ध्यान दें और जब तक आपको पूरा प्लान समझ में नहीं आता है बिल्कुल भी ज्वाइन ना करें।मेरी आपसे एक और गुजारिश है कि आप जॉब करने वाले हैं।
और आपका घर का खर्चा आपसे ही चलता है तो बिल्कुल भी जॉब छोड़ कर डायरेक्ट सेलिंग ना करें इसे पार्ट टाइम में करें नहीं तो आपके ऊपर कर्ज भी हो सकता है।
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